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Last Updated on मार्च 25, 2020 by Gov Hindi Jobs
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत, ब्रिटेन और अमरीका समेत कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ अब दुनिया के 186 देशों में फैल गया है. भारत में कोविड 19 के 562 से अधिक मामले पाए गए हैं जिनमें 10 की मौत हुई है. 39 लोग पूरी तरह ठीक भी हुए हैं. कोरोना वायरस और न फैले, इसके लिए दिल्ली समेत कई राज्यों ने लॉकडाउन का एलान किया है। कोरोना वायरस के कारण महाराष्ट्र (दो), बिहार, कर्नाटक, गुजरात, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में अब तक नौ लोगों की मौत हुई है। आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस से पीड़ित 512 लोगों का अभी उपचार चल रहा है जबकि 41 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई या वे देश से बाहर चले गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस आंकड़े में 43 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कोविड 19 के सर्वाधिक मामले अभी तक केरल में सामने आए हैं। केरल में 109 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं जिनमें आठ विदेशी नागरिक हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 101 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें तीन विदेशी नागरिक हैं।
कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव करने के तरीके
कोरोना वायरस का मुख्य लक्षण तेज बुखार है. बच्चों और वयस्कों में अगर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं. रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है. जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं. इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं. अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं.
कोरोनो वायरस संक्रमण के लक्षण पहचान के लिए जानकारी निचे दी गई हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है. हालांकि कुछ शोधकर्ता मानते हैं कि ये समय 24 दिनों तक का भी हो सकता है.
तेज बुखार आनाः अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है. वायरस के संक्रमण के लक्षण दिखना शुरू होने में औसतन पाँच दिन लगते हैं. हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ लोगों में इसके लक्षण बहुत बाद में भी देखने को मिल सकते हैं.
कफ और सूखी खांसीः पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है.
सांस लेने में समस्याः कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है. सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है.
फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं.
डायरिया और उल्टीः कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है. करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं.
सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है.
कोरोना वायरस से होनेवाला मृत्युदर
– 9 साल तक के बच्चों में- 0 प्रतिशत
– 10-39 वर्ष तक के लोगों में 0.2 प्रतिशत
– 40-49 वर्ष तक के लोगों में 0.4 प्रतिशत
– 50-59 वर्ष तक के लोगों में 1.3 प्रतिशत
– 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
– 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
– 70-79 वर्ष तक के लोगों में 8 प्रतिशत
– 80 से ज्यादा वर्ष के लोगों में 14.8 प्रतिशत
कोरोना वायरस के बचाव करने के तरीके
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आसान स्टेप्स बताए हैं, जिनकी मदद से कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है और खुद भी इसके इंफेक्शन से बचा जा सकता है.
1. दिन में कई बार साबुन से हाथ धोएं.
2. अपने हाथों से आंख, नाक और मुंह को बार-बार नहीं छुएं.
3. अपनी और परिवार की इम्युनिटी को बरकरार रखने वाली चीजों का सेवन करें.
4. खांसते और छींकते समय अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह से ढंककर रखें.
5. खांसी, बुखार और जुकाम के लक्षण होते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
6. सांस की किसी तकलीफ़ से संक्रमित मरीज़ों के क़रीब जाने से बचें. मास्क लगाएं.
7. किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के फौरन बाद, पालतू या जंगली जानवरों से दूर रहने की सलाह भी दी गई है.
8. कच्चा या अधपका मांस खाने से परहेज करें.
9. नियमित रूप से साफ-सफाई का ध्यान रखें
10. अगर बुखार और खांसी हो तो यात्रा से परहेज करें